मकर संक्रांति

शुभकामनाएं मकर सक्रांति की 
गुड़ और तिल,  मीठी मीठी सी।

सूर्य देव का होना,उत्तरायण
शोक तमस का हो जाय गमन।
तिल और गुड़ में लिपटी अपनेपन की मिठास है
पतंगों की डोर में बंधी,
ऊंचाइयों को छू जाने की आस है।

धनु से मकर में प्रवेश करती रवि- किरणें
अखंड सौभाग्य का वर मांगती सुहागिनें।
खिचड़ी के स्वाद में भी छिपा है अर्थ,
आपसी सामंजस्य की है पर्त ।


केरल में मकर संक्रांति , असम में माघ बिहू , 
हरियाणा, राजस्थान में सकरत , तमिलनाडु में पोंगल , 
गुजरात में उत्तरायण  तो उत्तराखंड में घुघुती , 
बिहार में दही चुरा, तो  तेलंगाना में संक्रांति , 
हिमाचल प्रदेश में माघी साजी,
इतने नामों से सजी मकर संक्रांति।


इस संक्रांत शुभता आए हर घर
और  उल्लास बिखरे घर घर 
शुभकामनाएं मकर संक्रांति की
गुड़ और तिल, मीठी मीठी सी।


RAJ 
 

 

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