श्याम का नाम......

श्याम नाम मे रम जाऊं मैं
  सुध बुध अपनी बिसराऊ मैं
श्याम नाम की लगन लगी मोहे
    नाम अमर मेरा कर जाऊँ मैं
श्याम नाम मे रम जाऊँ .....


मीरा के भजनों में तुम हो,और 
     राधा  का साज़-संवारा,
गोपियों के तुम हो स्वामी,तुम
      ही ने रास रचाया
रोम-रोम से हरषाऊँ मैं
     सुध बुध अपनी बिसराऊं मैं
श्याम नाम मे रम जाऊँ .......


घूम लिया मैंने जग सारा,और
    पाया तेरी शरण सहारा 
कोई नही मेरा तू ही है ,इक
  जीवन नैय्या का पतवारा
सुख पा लूं सारे दुःख बिसराऊं मैं
    सुध-बुध अपनी  बिसराऊं मैं
श्याम नाम मे रम जाऊँ मैं.....


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